प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर, मंगलवार देर रात मची भगदड़ के कारण मेला प्रशासन ने व्यवस्थाओं में बदलाव किया है।
◼️भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में एंट्री करने वाले 8 पॉइंट-भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, मिजापुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।
- भदोही: वाराणसी बॉर्डर पर 20 किमी लंबा जाम
- चित्रकूट बॉर्डर: 10 किमी लंबा जाम है।
- कौशांबी बॉर्डर: सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहन रोके गए।
- फतेहपुर-कानपुर बॉर्डर: यहां भी वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
- प्रतापगढ़ बॉर्डर: 40 हजार वाहनों को रोका गया।
- जौनपुर बॉर्डर: जौनपुर जिले के बदलापुर में पुलिस ने प्रयागराज जाने वाली सभी बसों को रोक दिया है।
- मिजापुर बॉर्डर: यहां भी गाड़ियों की लंबी लाइन देखी गई।
- रीवा बॉर्डर: 50 हजार वाहनों को रोका गया है।
◼️पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं। यानी मेले में एक भी गाड़ी नहीं चलेगी।
◼️रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। एक रास्ते से आए श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है।
◼️शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मेला क्षेत्र में यह व्यवस्था 4 फरवरी तक लागू रहेगी।
◼️प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर बुधवार देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।